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सागर: जब वे स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष में अध्ययनरत थे तब उन्होंने द्वितीय वर्ष की पुस्तक लिखी थी जो उनके शिक्षकों द्वारा पढ़ाई जाती थी. अपने छात्र जीवन से अध्ययन अध्यापन का एक नया कीर्तिमान रचने वाले डॉ शीतांषु राजोरिया का समारोह पूर्वक सम्मान किया गया. शासकीय स्वशासी कन्या स्नातकोत्तर उत्कृष्टता महाविद्यालय सागर में आयोजित कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अरुण कुमार सिंह, जिला न्यायाधीश एवं सचिव विधिक सेवा प्राधिकरण मनीष भट्ट, जिला विधिक सेवा अधिकारी योगेश बंसल तथा महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ आनंद तिवारी ने महाविद्यालय में कंप्यूटर विभाग में कार्यरत शिक्षक डॉ शीतांषु राजोरिया को कंप्यूटर विज्ञान विषय में उनके द्वारा लिखी गयी पुस्तकों के लिए सम्मानित किया। डॉ राजोरिया द्वारा कंप्यूटर विज्ञान विषय में अब तक 20 पुस्तकें लिखी जा चुकी है जो राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में स्नातक एवं स्नातकोत्तर के छात्रों द्वारा पढ़ी जा रही हैं। उनकी सभी पुस्तकें हिंदी एवं अंग्रेजी में लिखी गयी हैं। डॉ राजोरिया अपने अध्ययन काल के दौरान से ही पुस्तकें लिख रहे हैं। जब वे स्नातकोत्तर प्रथम वर्ष में अध्ययनरत थे तब उन्होंने द्वितीय वर्ष की पुस्तक लिखी थी जो उनके शिक्षकों द्वारा पढ़ाई जाती थी। वह शुरू से एक मेधावी छात्र रहे हैं। कक्षा 12वी में गणित विषय में उन्हें 100% अंक प्राप्त हुए थे। वे मध्यप्रदेश में इकलौते ऐसे छात्र थे। उनकी उच्च शिक्षा डॉ हरिसिंह गौर विश्वविद्यालय सागर से पूर्ण हुई है। वह स्नातक एवं स्नातकोत्तर में विश्वविद्यालय टॉपर रहे हैं। उनकी कुछ प्रसिद्ध किताबें हैं
आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस, कंप्यूटर फंडामेंटल्स, वेब टेक्नोलॉजीज, डिजिटल मार्केटिंग, प्रोग्रामिंग इन सी लैंग्वेज। अभी कंप्यूटर सिस्टम आर्किटेक्चर आयी है। एक बुक प्रिंटिंग में है।




