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टीकमगढ़ . सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की 2013 बैच की डॉक्टर डॉ अर्चना राजपूत आज 25 हज़ार की रिश्वत लेते लोकायुक्त पुलिस द्वारा रंगे हाथों पकड़ी गईं. उन्होंने रिश्वत की काली कमाई के लिए एक पूरा षड्यंत्र तैयार किया था. 17 मार्च 2023 को डॉ अर्चना राजपूत अपने 2 कर्मचारियों के साथ महेवा स्थित डॉ नीलेश विश्वकर्मा के घर पर बने क्लीनिक पर छापा मारने गईं थी और वहां उन्होंने एक्सपायरी दवा रखने का आरोप लगाते हुए पंचनामा तैयार करवाया था ,साथ ही उन्होंने क्लीनिक को सील कर दिया था. उन्होंने पंचनामा कार्यवाही को अधिकारियों तक आगे भेजने की जगह इसे अपने पास ही दबा कर रख लिया. उन्होंने डॉ नीलेश को एक नोटिस भेजा जिसमें उन्होंने अस्पताल की डिटेल्स के साथ उनकी शैक्षणिक योग्यता की जानकारी भी मांगी लेकिन उन्होंने नोटिस में कहीं भी एक्सपायरी दवाओं का उल्लेख नहीं किया. डॉ नीलेश ने अपने क्लीनिक को दोबारा चालू करवाने की कोशिश की तो उनसे 50 हजार रुपयों की रिश्वत की मांग की गई. डॉ नीलेश विश्वकर्मा ने इस बात की शिकायत लोकायुक्त पुलिस से कर दी. लोकायुक्त निरीक्षक मंजू पटेल के नेतृत्व में कार्रवाई करते हुए सागर लोकायुक्त ने छतरपुर जिले की हरपालपुर निवासी और पलेरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर डॉ अर्चना राजपूत को 25 हजार रुपयों की रिश्वत की पहली किस्त लेते हुए रंगे हाथों पकड़ लिया. यह जानकारी देते हुए लोकायुक्त टीआई मंजू सिंह ने बताया आरोपी डॉ अर्चना राजपूत को गिरफ्तार करके जमानत दे दी गई है.
